क्या उत्तराखंड की धामी सरकार चारधाम में किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रही है? पहले दिन ही यमनोत्री में दिखा भयंकर नजारा, वीडियो में देखे कैसे फंसे हुए है हजारो लोग

यमुनोत्री धाम में यात्रा व्यवस्थाओं की पोल खुली है। ‌सबसे अधिक परेशानी तीर्थ यात्रियों को पाली गाड़ से लेकर फूल चट्टी तक संकरी सड़क पर लगे लंबे जाम

WND Network.Haridwar / Badkot : चारधाम यात्रा के पहले पड़ाव यमुनोत्री धाम में पहले दिन से ही बुरे हाल देखने को मिल रहा है। पहले दिन यमुनोत्री धाम में यात्रा व्यवस्थाओं की पोल खुली है। जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम तक करीब पांच किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर भी जाम की स्थिति बन रही है। यमुनोत्री धाम के सड़क पड़ाव स्थल जानकी चट्टी और खरसाली में पार्किंग की व्यवस्था भी चरमराई है। पैदल यात्रा मार्ग पर घोड़ा संचालन और डंडी कांडी संचालन की सही व्यवस्था नहीं है। पहले दिन से ही इस तरह की व्यवस्था को देखकर लग रहा है मानो उत्तराखंड की धामी सरकार मानो कोई बड़ा हादसा होने की राह देख रही है।  

जाम के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर नीचे खाई थी तो दूसरी ओर संकरे मार्ग पर खचाखच भीड़ थी। जिसे देख लोग खौफ से भर गए। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है जो सच में डरा देने वाला है। जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम तक करीब पांच किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर भी जाम की स्थिति बन रही है। यह मार्ग कई स्थानों पर बेहद ही संकरा है। गत शुक्रवार इस पैदल मार्ग पर लंबा जाम लगा था। जिसके कारण धाम में भी श्रद्धालु सही ढंग से दर्शन नहीं कर पाए। एक यात्री नेहा बोहरा ने यमनोत्री में बेहद खराब इंतेज़ाम की पोल खोलता हुआ एक विडिओ X मीडया पर शेर किया है।  जिस में उन्होंने लिखा है की, जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम तक करीब 5 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर भी जाम की स्थिति बन रही है।  यह मार्ग कई स्थानों पर बेहद ही संकरा है। गत शुक्रवार इस पैदल मार्ग पर लंबा जाम लगा था। जिसके कारण धाम में भी श्रद्धालु सही ढंग से दर्शन नहीं कर पाए। 

देस के अन्य भागो की तुलना में चारधाम यात्रा में गुजरात से जाने वाले यात्री की संख्या बहोत होती है। गुजरात में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के बाद लोग भारी संख्या में चारधाम ज रहे है। सालो से लोगो को चारधाम ले जाने वाले कच्छ के टूर ऑपरेटर मयूर चौहान ने भी यमनोत्री में सरकारी इंतजाम की पोल खोलते हुए कहा है की, शायद ये पहेली बार ऐसा भयानक मंज़र देखने को मिल रहा है। छ हजार यात्री के रजिस्ट्रेशन के सामने पचास हजार से भी ज्यादा लोग यमनोत्री में देखने को मिल रहे है। यात्रा के दौरान आ रहे छोटे पुल के ऊपर हजारो लोगो की मौजूदगी मानो किसी बड़े हादसे की राह देख रही हो ऐसा लग रहा है।  

उत्तराखंड के एक पत्रकार अजीतसिंह राठीने भी  X मीडया पर विडिओ शेर करते हुए लिखा है की, ये यमुनोत्री धाम का कल शाम का वीडियो है। देखकर भयभीत होना लाज़िमी है। इतनी भीड़ इसलिए आई क्योंकि किस धाम में एक दिन में कितने श्रद्धालु जाएँगे, ऐसा कोई मैकेनिज़्म डेवलप नहीं किया। क्या किसी घटना होने का इंतज़ार ? तब कोई फ़ार्मूला तय होगा ? किसी भी चीज की अधिकता नुक़सानदेह होती है, फिर वो अधिकता आस्था के लिए आई श्रद्धालुओ की भीड़ ही क्यों न हो ? 

दैनिक जागरण के न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, यमुनोत्री धाम के सड़क पड़ाव स्थल जानकी चट्टी और खरसाली में पार्किंग की व्यवस्था भी चरमराई है। यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर स्थानीय व्यवसायों और तीर्थ पुरोहितों ने भी आक्रोश व्यक्त किया है। भाजपा के नेता एवं स्थानीय निवासी संदीप राणा ने कहा कि यमुनोत्री यात्रा व्यवस्था में लगे सभी विभाग मस्त, यात्रा अस्त-व्यस्त है।

मंदिर समिति भी कोई ठोस व्यवस्था नहीं कर पा रही है। सही ढंग से यमुनोत्री में तीर्थ यात्रियों को दर्शन की व्यवस्था नहीं की जारी है। मंदिर समिति की जहां पर दुकानें हैं। वहां पर तीर्थ यात्रियों के लिए रैन बसेरा एवं शौचालय बनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आखिर जिला पंचायत और पुलिस प्रशासन राष्ट्रीय राजमार्ग के पाली गाड़ में बैरियर क्यों लग रहा है ।‌ यहां तीर्थ यात्रियों से टैक्स भी वसूला जा रहा है‌। जबकि सुविधा कुछ नहीं दी जा रही है। पैदल यात्रा मार्ग पर भी घोड़ा संचालन और डंडी कांडी संचालन की सही व्यवस्था नहीं है।