Home Minister Amit Shah Speak on Kashmir in Ahmedabad : अमित शाह: नरोडा या गुजरात का हर एक व्यक्ति कश्मीर के लिए अपनी जान देने को तैयार है (बीजेपी ने कश्मीर की किसी भी सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है)
कश्मीर भारत का मुकुट है और हर किसी को इसके प्रति सम्मान और गर्व है। लेकिन जहां धारा ३७० की हटाने के बाद भी आपकी पार्टी (भाजपा) चुनाव तक लड़ ने से कतरा रही है, वहां आम आदमी जान देने क्यों जाए ?

WND Network.Ahmedabad : जिसके जिक्र या चर्चा के बिना देश में कोई भी चुनाव अधूरा है उस कश्मीर मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान चर्चा का विषय बन गया है। दो दिन पहले अहमदाबाद के नरोडा इलाके में अपनी चुनावी सभा में अमित शाह ने कहा था कि, नरोडा हो या गुजरात यहाँ का एक-एक व्यक्ति कश्मीर के लिए अपनी जान देने को तैयार है। आप को बता दे की, जम्मू कश्मीर से धारा ३७० दूर करने को अपना सब से बड़ा राजकीय विजय मान ने वाले भाजपा ने कश्मीर की तीन सीटों में से किसी पर भी बीजेपी या उसकी किसी भी सहयोगी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारा है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने कश्मीर की तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि, जहां दस साल के शासन के बाद भी बीजेपी ने कश्मीर की तीन सीटों में से एक पर भी अपनी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारा, वहां गुजरात के लोगों का मरने से क्या मतलब है ?
अब लोग ये चर्चा कर रहे है की, इस से कोई इंकार नहीं है की, कश्मीर भारत का मुकुट है और हर किसी को इसके प्रति सम्मान और गर्व है। लेकिन जहां धारा ३७० की हटाने के बाद भी आपकी पार्टी (भाजपा) चुनाव तक लड़ ने से कतरा रही है, वहां आम आदमी क्यों अपनी जान दे या फिर परेशान हो ?
गृह मंत्री अमित शाहने कश्मीर को लेकर ये बनाव दो दिन पहले अहमदाबाद के नरोडा इलाके में हुई एक चुनावी सभा के दौरान दिया था। वह गुजरात मे होने वाले चुनाव को लेकर भाजपा का प्रचार कर रहे थे। गुजरता में ७ मई को तीसरे चरण में चुनाव होने वाले है। इस चुनावी सभा में अमित शाह ने कहा कि, कश्मीर हमारा है, नरेंद्र मोदी की सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाने का काम किया है। तब राहुल बाबा कहते थे कि, कश्मीर से खून की नदियाँ बहेंगी। आज पांच साल बाद कोई भी वहां पर कदम रखने की हिम्मत नहीं करता। और फिर, अगर मोदी सत्ता में आए तो हम दो साल के भीतर ही आतंकवाद को खत्म कर देंगे। हालांकि, अमित शाह ने यह नहीं बताया कि कश्मीर में मोदी सरकार की तमाम उपलब्धियों के बाद भी उनकी पार्टी बीजेपी या उसके सहयोगी दलों ने कश्मीर की तीन सीटों पर उम्मीदवार क्यों नहीं उतारे।
आप को बता दे की, कश्मीर से जब धारा ३७० हटाई गई थी तब जम्मू कश्मीर के भाजपा कैडर में ख़ुशी का माहौल था। यहाँ तक की, जम्मू कश्मीर भाजपा के प्रमुख रविंदर रैना को भी लग रहा था की इस बार लोकसभा के चुनावों में उनकी पार्टी कश्मीर की अनंतनाग, राजौरी और श्रीनगर की सीट पर अपना उम्मीदवार लड़वाएगी। लेकिन १७ अप्रैल को ही कश्मीर के भाजपा के प्रभारी राष्ट्रीय महा सचिव तरुण चुग ने उन्हें जम्मू बुलाकर बता दिया था की इस बार भाजपा कश्मीर में चुनाव नहीं लड़ रही। सूत्रों की माने तो जहा एक और भाजपा धारा ३७० को हटाने को अपनी बहोत बड़ी सिद्धि मान रही है वही उसे यह भी पता है की, धारा ३७० की वजह से उन्हें बहोत बड़ी हार का सामना हो शकता है। और यही वजह है की भाजपा कश्मीर में खुद न लड़ते हुए प्रॉक्सी 'अपनी पार्टी' और 'पीपल्स कॉन्फ्रेंस' जैसे छोटी राजकीय पार्टिओ के सहारे कश्मीर में अपना पैर ज़माने की कोशिश कर रही है।