Kutch BSF : गुजरात-कच्छ की इंडो पाक सीमा पर हरामी नाले के पास दलदल में फंसे हुए BSF के सहायक कमांडेंट और हेड कॉन्स्टेबल की डिहाइड्रेशन की वजह से मोत
गश्त के दौरान भीषम गर्मी में पीने का पानी ख़त्म हो गया था, नजदीकी बॉर्डर आउट पोस्ट से पानी - ORS पहुंचाने की साथी जवानो की महेनत भी काम न आई
WND Network.Khavda (Bhuj-Kutch) : गुजरात के कच्छ जिले से सटी भारत - पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर हरामी नाले के पास शुक्रवार को दलदल में फंसे हुए BSF के सहायक कमांडेंट और हेड कॉन्स्टेबल की डिहाइड्रेशन की वजह से मोत हो गई है। गश्त के दौरान भीषम गर्मी में पिने का पानी ख़त्म हो गया था। दलदल में फंसे इन जवानो को जब तक आउट पोस्ट से पानी - ORS पहुंच पता तब तक बहोत देर हु चुकी थी। बेहोशी की हालत में जब उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया तक तक उन की मोत हो चुकी थी।
सीमा सुरक्षा दल, गुजरात के जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा इस खबर की पृष्टि की जा चुकी है। BSF की आधिकारिक जानकारी की मुताबिक, एच विश्व देव, सहायक कमांडेंट, हेड कॉन्स्टेबल दयाल राम सहित अपनी टीम के साथ, हरामी नाला के उत्तर में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ सुदूर और दुर्गम इलाके में लंबी दूरी की सीमा पर गश्त पर थे तब ये हादसा हुआ था। यह विस्तार अपने बेहद खतरनाक इलाके के लिए जाना जाता है। यह दोनों बहादुर अपनी टीम के साथ हरामी नाला के उत्तर में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के साथ सुदूर और दुर्गम इलाके में लंबी दूरी की सीमा पर गश्त पर थे। जब वे मौसम की चरम स्थिति में फंस गए और चिकित्सीय आपात्कालीनताओं का सामना करना पड रहा था तब उन्हें तुरंत निकटतम चिकित्सा सुविधाओं में ले जाया गया लेकिन गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया।
वही दूसरी और भुज के जी.के.जनरल अस्पताल में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के रहने वाले और कच्छ में BSF की 59 बटालियन में तैनात सहायक कमांडेंट विश्वा देवा रमणनाथ झा समेत उत्तराखंड के रहने वाले हेड कॉन्स्टेबल दयाल राम को अस्पताल में लाने वाले कॉन्स्टेबल नर्सिंग असिस्टेंट ने बताया था की, बॉर्डर आउट पोस्ट 1136 के इलाके में छह लोगो की एक टीम शुक्रवार को गश्त पर निकली थी। सुबह से निकले ये लोग दलदल में फंस जाने से उन्हें पीने का पानी नहीं मिला था। इस वजह से ये लोग बेहोश हो गए थे।