Vayu Shakti 2024 : पाक सीमा के पास पोखरण रेंजमे इंडियन एयरफ़ोर्स ने ‘वायु शक्ति’ अभ्यास में राफेल समेत 120 विमानों की क्षमताओं का प्रदर्शन किया, लड़ाकू विमानके नाइट ऑपरेशन से रणभूमि धमाकों से गूंज उठी

अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने पहली बार अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया, जबकि एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने जमीनी लक्ष्यों पर निशाना साधा, कार्यक्रम में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि थे

WND Network.Pokhran (Jaisalmer) : राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब पोखरण रेंज में शनिवार को भारतीय वायुसेना ने अभ्यास ‘वायु शक्ति-2024’ के तहत युद्ध और हमला करने की क्षमताओं का हैरतअंगेज़ प्रदर्शन किया। इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के परिवहन विमानों द्वारा लड़ाकू सहायता परिचालन का भी प्रदर्शन किया गया, जिसमें सी-17 द्वारा भारी रसद की आपूर्ति और भारतीय वायुसेना के विशिष्ट गरुड़ कमांडो को ले जाने वाले सी-130जे द्वारा हमला शामिल है। इस कार्यक्रम में अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने पहली बार अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया, जबकि एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने जमीनी लक्ष्यों पर निशाना साधा। भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर ने सेना के लिए साजो-सामान की त्वरित आपूर्ति का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि थे। 

रक्षा प्रवक्ता (गुजरात) विंग कमांडर मनीष कुमारने कहा कि, अभ्यास के दौरान दो घंटे में दो वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लगभग 50 टन आयुध गिराया गया, जो भारतीय वायुसेना की आक्रामक मारक क्षमता और सटीक लक्ष्य साधने की क्षमता का प्रदर्शन करता है। उन्होंने बताया कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के प्रति भारतीय वायुसेना की प्रतिबद्धता को बरकरार रखते हुए स्वदेशी रूप से विकसित तेजस विमान ने भी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया और एक हवाई लक्ष्य को नष्ट किया। वायुसेना ने अभ्यास के दौरान लंबी दूरी के ड्रोन का भी प्रदर्शन किया।

​वायु शक्ति नामक इस अभ्यास-2024 में भारतीय वायुसेना, भारतीय सेना (Indian Army) के साथ संयुक्त अभियानों का संचालन किया गया था । अभ्यास के दौरान लंबी दूरी व सटीक मारक क्षमता के साथ-साथ पारंपरिक हथियारों को सही ढंग से शत्रुओं का विनाश करने के मामले में वायुसेना की क्षमता से अवगत कराया गया था । वायु शक्ति अभ्यास में स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणालियां आकाश और समर घुसपैठ करने वाले विमान को ट्रैक करने और मार गिराने की अपनी क्षमताओं का भी प्रदर्शन भी किया गया था।  वायु शक्ति अभ्यास-2024 में शामिल होने वाले विमान कई हवाई अड्डों से उड़ान भरी थी। सटीक क्षमता के साथ-साथ पारंपरिक हथियारों को पूरी सटीकता के साथ इस्तेमाल करने की तैयारियों को परखा गया था। भारतीय वायुसेना के परिवहन और हेलीकॉप्टर बेड़े द्वारा विशेष अभियान में गरुड़ कमांडो और भारतीय सेना के विशेष बल भी शामिल हुए थे। 

सेना द्वारा रुद्र हेलिकॉप्टरों से हथियार दागने और सेना के अल्ट्रा लाइट होवित्जर को चिनूक हेलिकॉप्टर के माध्यम से एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की क्षमता का प्रदर्शन किया था।  जिसे देख कर सेना के अफसर और लोगोने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका होंसला बढ़ाया था।  वायु शक्ति 2024 अभ्यास दिन और रात में चलने वाली भारतीय वायुसेना की आक्रामक और रक्षात्मक क्षमताओं का एक दिलचस्प अभ्यास रहा था।